Meri Bebasi To Dekho - Hindi Poem on Heart Break (मेरी बेबसी तो देखो - हिंदी कविता)

नमस्कार दोस्तों,

प्रस्तुत है प्रेम पर एक भावुक हिंदी कविता। पढ़िए और अगर अच्छी लगे तो अपने दोस्तों को भी पढ़ाइये। 

Meri Bebasi To Dekho - Hindi Poem on Heart Break (मेरी बेबसी तो देखो - हिंदी कविता)


मेरी बेबसी तो देखो,
मेरी तकदीर तो देखो। 
इस ख़ुशगवा सूरत के पीछे,
मुरझाई तस्वीर तो देखो। 

बयां करता नहीं मैं अपने दर्द को,
खुदबखुद ये बहा चला जाता है। 
रहमत से तेरी खुशियां तो आती हैं,
पर प्यार तो इंसां से माँगा जाता है। 
रंगो से भरी ज़िंदगी बक्षी है तूने,
प्यार बिना दिल भी मुझे काला नज़र आता है। 
तरसते देखा है लोगों ने इन आँखों को,
कभी दिल में तरसता हुआ फ़कीर तो देखो। 
मेरी बेबसी तो देखो,
मेरी तकदीर तो देखो। 

ज़िंदगी में हंसना ज़रूरी है मगर,
हर चोट पर मुस्काये वो ज़िंदा नहीं है। 
ढूढ़ता उस खुशनसीब इंसान को मैं,
जिसका दिल एक बार भी टूटा नही है। 
रौशन करी हो राहे उसकी तो क्या,
अपने आँगन में उजाला हो ज़रूरी तो नहीं है। 
इस आस में खोले है परिन्दे पिंजरों से,
कोई मेरी आरजू पे पड़ी जंजीर तो देखो।
मेरी बेबसी तो देखो,
मेरी तकदीर तो देखो। 

एक बार कोशिश की थी ज़िंदगी में प्यार पाने की,
उस वक़्त मैंने जाना था दर्द कैसा होता है। 
मैं वो नहीं जो मांगू प्यार से उसकी परिभाषा,
ये दिल जानता है प्यार कैसा होता है। 
दुःखी वो नहीं जो कमियों में गुजर करता है,
बेचारा प्यार का मारा ही हर बार खूब रोता है। 
ज़िंदगी नाम है आसमां में खुल के उड़ने का,
मेरे सपनो के आगे खिची लकीर तो देखो। 
मेरी बेबसी तो देखो,
मेरी तकदीर तो देखो। 

इतनी कोमलता क्यों दी इस दिल को,
दुनिया वाले कुचले जा रहे हैं। 
झुक जाती हैं पलके उस प्यार के सजदे में,
जिस प्यार की आस में जिए जा रहे हैं। 
ये प्यासी सी आँखे और सूनी सी बाहें,
छूने भर को तुझको भरे जा रहे हैं। 
शिकायत है दिल की तू ज़िंदा ही क्यों है,
ज़िंदा हूँ भले पर साँसों में बसी पीर तो देखो। 
मेरी बेबसी तो देखो,
मेरी तकदीर तो देखो। 

काँटो ने तेरी राह में दस्तक कभी तो दी होगी,
दर्द को महसूस तो तूने भी कभी किया होगा। 
ग़र हाँ तो देखना उस नज़र से कभी मुझको भी,
ये अफ़साना मेरी आँखों में ही लिखा होगा। 
मैंने तो काटी हैं रातें आँखों की नमी के तले,
की, तूने तो हर पल को जिया ही होगा। 
ग़र होती तू मेरे पास तो गुरुर से कहता,
ऐ चाँद जरा गौर से मेरी हीर तो देखो। 
पर,
मेरी बेबसी तो देखो,
मेरी तकदीर तो देखो। 
इस ख़ुशगवां सूरत के पीछे,
मुरझाई तस्वीर तो देखो। 

-अतुल कुमार वर्मा [२१ दिसंबर २०११]

  
Meri Bebasi To Dekho - Hindi Poem on Heart Break (मेरी बेबसी तो देखो - हिंदी कविता) Meri Bebasi To Dekho - Hindi Poem on Heart Break (मेरी बेबसी तो देखो - हिंदी कविता) Reviewed by Atul Kumar Verma on सितंबर 20, 2020 Rating: 5

10 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत धन्यवाद आपका। जानकर अच्छा लगा कि कविता आपको पसंद आयी।

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  2. Very nice poem...
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