नमस्कार दोस्तों,
छोटे बच्चो की ये प्रार्थना या कविता है आसमां पर। पढ़िए और अपने बच्चो को भी पढ़ाइये।
हम सबका पिता है ये आसमां,
छाया में इसकी है सारा जहाँ।
जीवन अमृत इसी ने दिया,
सन्मार्ग दिखाकर उपकार किआ।
होता इसी से ये जीवन शुरू,
पिता है हमारा है अपना गुरु।
जीवन सवाँरे ये आसमां,
छाया में इसकी है सारा जहाँ।
छाया में इसकी हैं सुःख दुःख बिताये,
दुनियाँ को सारी ये आसमां सजाये।
कर्म पिता का सदा है निभाता,
कष्टों से सारे ये हमको बचाता।
देता उजाला है ये आसमां,
छाया में इसकी है सारा जहाँ।
इसके ही जल से जग लहलहाया,
ये आसमां कभी झुकने न पाया।
सीखा इसी से है ऊपर उठना,
आसमां को चूमेंगे यही है सपना।
राह दिखाए ये आसमां,
छाया में इसकी है सारा जहाँ।
-अतुल कुमार वर्मा
Ye Aasman - Hindi Kavita | ये आसमां
Reviewed by Atul Kumar Verma
on
सितंबर 18, 2020
Rating:
nice
जवाब देंहटाएंNice poem
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